भिण्ड – गोहद में आशा, उषा, आशा सहयोगी कार्यकर्ताओं ने 16 नवंबर को मुख्यमंत्री के नाम बीसीएम गोहद को ज्ञापन पत्र दिया है जिसमें संगठन के द्वारा 16 सूत्रीय मांगों को प्रमुखता से दर्शाया गया है गोहद ब्लॉक अध्यक्ष श्रीमती सोनी पाल ने बताया कि हम सभी कार्यकर्ता अपने कार्य क्षेत्र में पूरी लगन एवं निष्ठा से कार्य करते हैं परंतु सरकार के माध्यम से हमें ना तो कोई सुविधा दी जाती है ना ही हमें सही मानदेय दिया जाता है समझा जाए तो सरकार के द्वारा दिए जाने वाले मानदेय से हमारे घर का खर्चा भी नहीं चल पाता एवं हमें बड़ी मुश्किल और परेशानियों का सामना करना पड़ता है हमारे लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है कि मध्य प्रदेश की अधिकांश आशाएं अभी भी मात्र ₹2000 के अल्प वेतन से अपने घर का गुजारा चला रही हैं जबकि अन्य राज्यों में आशा उषा आशा सहयोगियों को 8000 से 10000 का मानदेय दिया जाता है हमारी मध्यप्रदेश सरकार ने विगत 15 वर्षों से आशा एवं पर्यवेक्षकों को कुछ भी नहीं दिया है इसलिए हम प्रदेश व्यापी हड़ताल कर रहे हैं
हमने हड़ताल के माध्यम से मध्यप्रदेश सरकार के माननीय शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री जी से मांग करते हैं कि हमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश 24 जून 2021 को दिए गए निर्णय को लागू कर आशा का मानदेय 10,000 एवं पर्यवेक्षक का मानदेय 15000 किया जावे एवं उसे उपभोक्ता मूल्य में जोड़ा जाए हमारी हड़ताल 14 नवंबर 2022 से प्रारंभ होकर 20 नवंबर 2022 तक चलेगी इस समय में हम और हमारी आशाएं बिल्कुल कार्यक्षेत्र में नहीं जाएंगी एवं ऑफिस के भी सारे काम बंद रखे जायेंगे हम ने ज्ञापन के माध्यम से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया है हम मीडिया से सहयोग चाहते हैं कि हमारी आवाज को बुलंदी तक पहुंचाएं एवं हमारी हड़ताल को माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाए
श्रीमती सोनीपाल – ब्लॉक अध्यक्ष गोहद