अंबाह/थरा। ग्राम पंचायत थरा में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान गंगा में आज कथा के तृतीय दिवस पर भक्त धु्रव कथा प्रसंग की आनंदमयी कथा के दौरान श्री शास्त्री जी ने मुखारविंद से लोगों को बताया कि मां की ममता संसार का अद्वितीय वात्सल्य है। जब भक्त धु्रव भक्ति में लीनता के दौरान अजाप तप की क्रिया में लीन थे तो उनकी इस स्थिति को देखकर जगत जननी धरती मां स्वयं गाय माता के वेशधारण में श्री नारायण के पास ममता के माध्यम से ही पहुंची और श्री भगवान नारायण से प्रार्थना की और कहा कि समस्त जगत जननी की मां स्वरूप में अन्न,जल फल दायिनी हूं और आच मात्र छः वर्ष के भक्त और लाल धु्रव का अन्न जल त्याग करने के जिस पीड़ा से वह गुजर रहा है वह मेरे लिए एक माता जगत जननी होते हुए मुझे अत्यन्त दुःखी करने वाली, अतः आप इस कष्ट को दूर करते हुए उसको अपने श्री दर्शन देकर उसका उद्धार करें। हम आपको बता दें कि थरा में दिनांक 30-11-2022से ग्राम थरा में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान सप्ताह का मंगलमय आयोजन किया जा रहा है। जिसके आयोजक शंकर सिंह परिहार पुत्र छोटे सिंह परिहार व समस्त परिहार परिवार है