विनोद गुप्ता मध्यप्रदेश
भोपाल : मप्र शासन ने किसानों की सुविधाओं के लिए आनलाइन एमपी फार्म गेट एप के माध्यम से उपज बेचने की नई व्यवस्था लागू की है। 18 दिन में 41 किसानों ने खेत और खलिहान से ही अपनी सवा दो करोड़ रुपये की उपज भी बेच दी है। मंडी सचिव कमल बगवैया का कहना है कि प्रदेश की कुछ मंडियों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह व्यवस्था लागू की गई है। यदि सफल होती है तो आगे सरकार इसे लागू कर सकती है। एमपी फार्म गेट एप के माध्यम से अपनी उपज बेचने के लिए किसानों को सबसे पहले अपने स्मार्ट मोबाइल पर मंडी बोर्ड भोपाल का मोबाइल ऐप- एमपी फार्म गेट इंस्टाल करना होगा। इसके बाद उसमें अपना पंजीयन करें। जब फसल बेचने का समय हो तब किसान अपनी मंडी, फसल, ग्रेड, किस्म, मात्रा और अपनी उपज बेचने के लिए वांछित दाम की जानकारी दर्ज करें। जब किसान अपने पंजीयन पोर्टल पर यह सब जानकारी भर देगा तो यह पूरी जानकारी चयनित मंडियों के पंजीकृत व्यापारी देख सकेंगे। यदि किसी व्यापारी को उपज और दाम ठीक लगते हैं, तो वह फसल की जानकारी और अपने दाम उसमें ऑनलाइन ही दर्ज करेगा जो ऐप में जुड़े किसानों को दिखेंगे व्यापारी द्वारा दर्ज भाव से किसान यदि संतुष्ट हो जाएगा तो उसे एप पर ही अपनी सहमति देना होगी जो संबंधित व्यापारी को दिख जाएगी। इसके बाद आपसी सहमति से स्थान तय कर उपज की तौल कराई जाएगी। मंडी सचिव बगवैया का कहना है कि तौल के बाद ऑनलाइन सौदा पत्रक और भुगतान पत्रक जारी किया जाएगा और मंडी बोर्ड के नियम के मुताबिक नगद या बैंक खाते में राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। जिससे किसानों को मंडी आने-जाने की परेशानी, किराया, भाड़ा सहित तमाम तरह की परेशानियों से बचाया जा सकेगा।
आज होगी कार्यशाला
शासन की इस नई व्यवस्था से किसानों को रूबरू कराने के लिए आज दोपहर में 12.30 बजे मिर्जापुर स्थित नई मंडी के कार्यालय में एक कार्यशाला आयोजित की गई है जिसमें किसानों को कृषि उपज बेचने की इस नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी। मंडी सचिव से अधिक से अधिक किसानों से आग्रह किया है वह कार्यशाला में शामिल होकर इस नई व्यवस्था को ठीक से समझ लें और घर बैठे ही खेल, खलियान से अपनी उपज बेचना शुरू करें।