(जहाजपुर से मनोज सर्राफ)
मेवाड़ के अंतिम छोर पर स्थित जहाजपुर उपखंड मुख्यालय पर आज सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर पूर्व सैनिकों ने एकत्रित होकर रैली निकाली।
प्रातः 11:00 बजे स्थानीय डाक बंगले पर पूर्व सैनिक गांव गांव से चलकर कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। रैली प्रारंभ होने से पूर्व ही भीलवाड़ा से पधारे हुए अतिथियों का माल्यार्पण एवं साफा बंधा कर स्वागत किया गया।
अतिथियों में कर्नल उदय सिंह सोलंकी जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, श्री भैरों सिंह शेखावत कल्याण संगठक जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, कर्नल रणजीत सिंह जिला समन्वयक पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड, श्री महावीर सिंह पूर्व सैनिक विश्रांति गृह प्रभारी, श्री योगेश कुमार कनिष्ठ सहायक एवं अन्य कार्यालय कर्मी उपस्थित थे।
स्वागत कार्यक्रम में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के जहाजपुर तहसील अध्यक्ष सूबेदार मेजर बंशी लाल मीणा ने अतिथियों का परिचय करा स्वागत किया ।
तत्पश्चात आमंत्रित अतिथि संघ कार्यकर्ता एवं समाजसेवी मनोज अग्रवाल ने झंडा दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला एवं भारत पर अब तक हुए हमलों एवं युद्ध स्थिति में संघ स्वयंसेवकों की भूमिका और भारतीय सैनिकों के पराक्रम की प्रशंसा की।
श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रभु श्री राम का आदर्श उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रभु श्री राम ने बाली को मार कर भी सुग्रीव को राजगद्दी पर बैठाया एवं और रावण वध के पश्चात भी विभीषण को गद्दी सौंपी और स्वयं ने अपने लिए कुछ नहीं रखा
ठीक उसी प्रकार एक सैनिक भी राष्ट्र की रक्षा करता है और कभी भी स्वयं का हित नहीं देखता।
पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी श्री सोलंकी ने सैनिक कल्याण बोर्ड की उपयोगिता एवं कार्यों की रूपरेखा से अवगत कराया साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही यहां कैंटीन व्यवस्था पुनः प्रारंभ की जाएगी।
जहाजपुर में नवनिर्मित सैनिक विश्रांति गृह का लोकार्पण करके यह विश्रांति गृह शीघ्र ही सैनिकों के सुपुर्द किया जाएगा।
अंत में तहसील अध्यक्ष पूर्व सैनिक सेवा परिषद श्री बंशीलाल ने अतिथियों का एवं आगंतुक पूर्व सैनिकों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व सैनिकों में श्री सोम सिंह मीणा जालमपुरा श्री सेवाराम मीणा सरसिया श्री छोटू लाल मीणा ओड़िया खेड़ा श्री रामदयाल मीणा घाटी का बाड़ा श्री मोतीलाल सेन जहाजपुर श्री नारायण सिंह गांगीथला श्री घनश्याम मीणा पाचा का बाड़ा श्री श्रवण सिंह राजपूत भीम का खेड़ा सहित कई पूर्व सैनिक एवं पूर्व सैनिकों की वीरांगनाए कार्यक्रम में उपस्थित रहे।