नाम ऋतुराज गायकवाड… काम… एक ओवर में 7 छक्के मारने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज…!
विजय हजारे ट्रॉफी का क्वार्टर फाइनल मुकाबला महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच खेला जा रहा था। इस वनडे मुकाबले में पारी का 49वां ओवर लेकर शिवा सिंह आए। अब तक स्कोर उत्तर प्रदेश की पहुंच में लग रहा था और महाराष्ट्र की 300 का आंकड़ा छूने की उम्मीद नहीं थी। इसके बाद ऋतुराज ने जो किया, इतिहास बन गया। 48वें ओवर के बाद स्कोरबोर्ड पर 272 रन थे। 49वें ओवर की समाप्ति के बाद स्कोर 315 पहुंच गया। जहां 300 बनना नामुमकिन लग रहा था, वहां उत्तर प्रदेश के सामने 331 का टारगेट। विजय हजारे ट्रॉफी में इस साल के सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने सबसे शानदार पारी।
आपको लग रहा होगा कि घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड कोई बहुत खास बात नहीं है। तो जरा ठहरिए। अंकित राजपूत, शिवम मावी, करण शर्मा और कार्तिक त्यागी जैसे 4 आईपीएल के स्टार गेंदबाज उत्तर प्रदेश के पास मौजूद थे। ऋतुराज बतौर ओपनर आए थे और उन्होंने इन तमाम गेंदबाजों का डटकर सामना किया। देखते देखते 150 रन भी पूरे कर लिए। गेंदबाजी की मजबूती का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि ऋतुराज के अलावा कोई दूसरा बल्लेबाज अर्धशतक भी नहीं बना सका। अंकित बावने और अजीम काजी ने 37-37 रन बनाए। यहां से दरकार थी एक स्ट्रांग फिनिश की। उत्तर प्रदेश के कप्तान ने 48वें ओवर के लिए स्पिनर शिवा पर भरोसा जताया, जिन्होंने 8 ओवरों में केवल 45 रन दिए थे। सेट बल्लेबाज ऋतुराज के सामने स्लो लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स बॉलर पर दांव?
शिवा ने अपनी गेंदबाजी में तमाम वेरिएशन ट्राई किए लेकिन ऋतुराज सोच कर आए थे, जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं। बीच में एक नो बॉल और उस पर भी छक्का। लिमिटेड ओवर क्रिकेट में ऋतुराज 7 छक्के लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। ऋतुराज ने अपनी पारी में 159 गेंदों पर 220 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 16 गगनचुंबी छक्के जमाए। पिछले 8 विजय हजारे मुकाबलों में यह ऋतुराज गायकवाड़ के बल्ले से आने वाला सातवां शतक है। इन पारियों में 5 शतक और 1 दोहरा शतक शामिल है। अगर अब भी बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के कानों पर जूं नहीं रेंग रही, तो आईसीसी टूर्नामेंट्स में शर्मनाक प्रदर्शन का जिम्मेदार उनके सिवा दूसरा कोई नहीं होगा।
ऋतुराज ने पहले 109 गेंदों पर 100 रन बनाए और अगली 50 गेंदों पर 120 रन…! मतलब एक बार मैदान पर टिक गए तो टीम का जिम्मा अपने कंधों पर उठा लिया। ऋतुराज की पारी की बात करें तो अर्धशतक 71 गेंदों पर, शतक 109 बॉल पर, 150* रन 138 गेंदों पर और 220* रन 159 गेंदों पर। ऐसा एक्सलरेशन भारतीय टीम ने वनडे क्रिकेट में लंबे अरसे से नहीं देखा। अगर विजय हजारे ट्रॉफी में मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने कोई बल्लेबाज लगातार शतकों की बौछार कर रहा है, तो उसे हर हाल में टीम इंडिया में खेलने का मौका दिया जाना चाहिए। उसकी ताबड़तोड़ फॉर्म का लाभ लिया जाना चाहिए। कब तक आउट ऑफ फॉर्म रोहित शर्मा और केएल राहुल को देश ढोता रहेगा? आईसीसी टूर्नामेंट्स में शर्मनाक हार का दर्द सहेगा।
दर्शक
गायकवाड को टीम में मौका मिले कल नहीं आज
ऋतुराज के खेल पर समूचे हिंदुस्तान को होगा नाज