भीमसेन सिंह तोमर
नई जेसीबी से विकास कार्यों व सफाई में मिलेगी मदद: राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया
सैकडों सफाई मित्रों को मिली सुरक्षा किट
अंबाह। नगर पालिका परिषद अंबाह ने 34 लाख 72 हजार रुपए राशि से नई जेसीबी खरीदी गई हैं। नई जेसीबी का राज्यमंत्री नगरीय प्रशासन विकास विभाग ओपीएस भदौरिया, नपाध्यक्ष अंजली जिनेश जैन ने विधि विधान से नई जेसीबी मशीन की पूजा अर्चना की। राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया ने अंबाह नगर पालिका के सफाई कर्मियों को सुरक्षा किट वितरण की। किट में एक हेलमेट, सुरक्षा दस्ताने एवं फ्लोरोसेंट जैकेट, प्रदान किए गए हैं। आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ओपी एस भदौरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार नगरी क्षेत्र के विकास के लिए वचनबद्ध है उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद अंबाह के कार्य सराहनीय है नवीन जेसीबी की माध्यम से सफाई के कार्यों में तेजी आएगी तो वही सफाई कर्मियों को दी जा रही किट के माध्यम से सभी सफाई कर्मी अपनी सुरक्षा के साथ-साथ बेहतर तरीके से सफाई कार्य कर सकेंगे। राज्य मंत्री ने कहा कि जेसीबी के माध्यम से केवल गंदगी की सफाई ही नहीं होती है इसके माध्यम से आतंक और माफिया राज का भी अंत होता है जिसका नमूना आप उत्तर प्रदेश में देख सकते हैं राज्य मंत्री भदौरिया ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार प्रदेश की माता एवं बहनों को लाडली बहना योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का कार्य कर रही है इसके साथ ही उन्होंने सफाई कर्मियों से प्रतिदिन सेफ्टी किट पहनने की अपील भी की।मौके पर नपाध्यक्ष अंजली जिनेश जैन, सीएमओ शारिब कौसर, इंजी केके दीक्षित, भाजपा मंडल अध्यक्ष अखलेश शर्मा, दाऊदयाल शर्मा, गजेंद्र तोमर, बच्चूलाल गुप्ता, कविंद्र तोमर, खेमसिंह भदोरिया, कंचन चौहान, विजय गुप्ता, बंटी चौहान, गिर्राज तिवारी, अशोक कपाशिया, सत्यवीर कपाशिया, विक्रम तोमर, संतोष वर्मा, अवधेश राठौर, मोनू तोमर, बंटू तोमर, नूतन श्रीवास सहित अन्य मोजूद रहे।
जिम्मेदारी से हो रख-रखाव
नगरपालिका अध्यक्ष अंजली जिनेश जैन ने बताया कि परिषद में जेसीबी जैसे साधनों की कमी से शहर के विकास कार्यों एवं सफाई कार्य में परेशानीआती थी। नई जेसीबी क्रय करने से शहर में झाडिय़ों की कटाई, जमीन की लेवलिंग, भर्ती भराई, अतिक्रमण हटाने एवं सफाई कार्य में सहयोग मिलेगा। जैन ने कहा कि जेसीबी का रख-रखाव पूरी जिम्मेदारी से किया जाए।
हर माह होगी बचत
मुख्य नगरपालिका अधिकारी शारिब कौसर ने बताया कि परिषद के पास खुद की जेसीबी होने से किराये के रूप में जेसीबी मशीन हर महीने खर्च होने वाली बड़ी राशि की बचत होगी।