भीमसेन सिंह तोमर
भोपाल। प्रदेश की राजधानी में एक रसूखदार अपराधी पुलिस द्वारा कार रोकने की बजाय पुलिसकर्मी को कार के बोनट पर टांग कर पांच किलोमीटर तक ले जाता है। जाहिर है कि यह पुलिसकर्मी की हत्या का प्रयास है। अपराधी के खिलाफ 307 का मुकदमा दायर कर उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, मगर पुलिस उसे छोड़ देती है क्योंकि वह गृहमंत्री का रिश्तेदार है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी कर कहा है कि जब एक पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमला करने वाले को गृहमंत्री के दबाव में पुलिस ही बचा रही है तो फिर आमजन के जीवन की सुरक्षा और प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को आसानी से समझा जा सकता है।
माकपा नेता ने कहा है कि एक ओर गृहमंत्री उक्त व्यक्ति के साथ कोई रिश्ता होने से इनकार कर रहे हैं, दूसरी ओर पुलिस प्रशासन उसे मामूली धाराओं में बंद कर तत्काल जमानत पर छोड़ देता है और इस घटना की जांच तक शुरू नहीं करता है तो अपराधी के गृहमंत्री से रिश्ते सबकी समझ में आ रहे हैं।
जसविंदर सिंह ने कहा है कि यह अकेला मामला नहीं है। इस घटना के बाद वायरल हुई वीडियो में एक युवती चिल्ला चिल्ला कर मंत्री राजवर्धन सिंह का नाम ले रही है। मगर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
माकपा ने कहा है कि यदि वह युवती गलत है तो उसके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए और यदि वह सही कह रही है तो मुख्यमंत्री को मंत्री से इस्तीफा लेकर उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।
जसविंदर सिंह ने कहा है कि इस मामले में भी मंत्री राजवर्धन सिंह के नजदीकी उस रिसोर्ट मे जाकर संबंधित कमरे में तोडफ़ोड़ कर साक्ष्य मिटा देते हैं। उनके इस अपराध पर भी पुलिस ठोस कार्यवाही करने की बजाय लीपा पोती कर रही है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि इन घटनाओं से साफ है कि भाजपा और शिवराज सरकार के मंत्री ही प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बने हुए हैं। वे ही अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि इन घटनाओं पर मुख्यमंत्री की चुप्पी भी साबित करती है कि उनकी चिंता नागरिकों की सुरक्षा नहीं बल्कि मंत्रियों के अपराधों और अपराधियों को संरक्षण देना है।
जसविंदर सिंह – 9425009909