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क्राइम गोरमी गोहद भिण्ड मध्यप्रदेश

भिण्ड : प्यार पाने के लिए पति की करा दी हत्या फिर ससुर ने सुलझाई दामाद के मर्डर की गुत्थी पुलिस को दिया अहम सबूत : बेटी और उसके प्रेमी को पहुंचाया जेल

लक्ष्मण सिंह तोमर 9926261372
पत्नी ने अपने पति का मर्डर करवा दिया। यह सब उसने अपने प्यार को पाने के लिए किया। मर्डर की पूरी साजिश प्रेमी के साथ मिलकर रची। प्यार में पागल प्रेमी ने भी पहले गर्लफ्रेंड के पति से दोस्ती की, फिर लिफ्ट देने के बहाने कार में बिठाया। कार में ही गमछे से गला घोंट दिया। उसने छटपटाते हुए कहा भी था कि अगर तुम दोनों साथ रहना चाहते हो, तो ले जाओ उसे। मैं तुम्हारे रास्ते में नहीं आऊंगा, लेकिन आरोपियों ने उसे मारकर उसके शव को बीहड़ में जाकर जला दिया। पुलिस को सुराग नहीं मिले, उसके लिए जले हुए अवशेषों को उत्तर प्रदेश की सीमा में चंबल नदी में बहा दिया।

गोहद : मोनू भदौरिया उम्र 25 9 फरवरी को लापता हुआ था। उसके पिता रघुवीर सिंह भदौरिया ने 10 फरवरी को भिंड जिले के गोहद चौराहा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह ग्वालियर से अपने गांव के लिए निकला था। गोहद चौराहा तक तो उसकी लोकेशन मिली, लेकिन इसके बाद पता नहीं है। मोनू की गुमशुदगी की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए आसान नहीं था। पुलिस के पास मोनू के मोबाइल लोकेशन के अलावा कुछ भी सुराग नहीं था। मोनू के परिवारवालों ने भी किसी पर शक जाहिर नहीं किया, ऐसे में पुलिस के लिए यह मामला चुनौती बन गया।

लड़की के पिता ने सीसीटीवी में दामाद के पीछे बेटी के प्रेमी अनुराग को देखा। यहीं से पुलिस को क्लू मिला। जांच में इन दोनों के प्यार के चर्चे की बात सामने आई। और फिर प्रेमी-प्रेमिका सलाखों के पीछे जा पहुंचे। वैलेंटाइन डे के एक दिन बाद 15 फरवरी को परिवारवालों के सामने माेनू की पत्नी ने पूरी साजिश को बयां कर दिया। पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य आरोपी की पुलिस तलाश रही है

 

  • दोनों परिवार की रजामंदी से 9 मई 2022 को मोनू और राधा की शादी हुई थी। शादी के बाद मालूम पड़ गया था कि उसकी पत्नी राधा का कोई प्रेमी है। राधा के हाथ पर A लिखा होने को लेकर मोनू अकसर उससे सवाल करता था। इस बात पर दोनों के बीच झगड़े होते थे।

शक की सुई प्रेमी अनुराग की ओर कैसे घूम गई…

यह दिलदहलाने वाली घटना है भिंड जिले के कोट पोरसा की। भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि मोनू की तलाश के लिए पुलिस ने टीम बनाई। सबसे पहले परिवार से पूछताछ की गई, लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ। यह बात जरूर पता चली कि बेटे से अंतिम बार बातचीत ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर हुई थी। पुलिस इस कड़ी को जोड़ने के लिए ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंची। मोनू अंडमान एक्सप्रेस विजयवाड़ा से आया था, जो कि 9 फरवरी को प्लेटफार्म नंबर दो पर आई थी।

पुलिस ने प्लेटफार्म नंबर दो के सीसीटीवी फुटेज देखे, तो मोनू इसमें नजर आया। स्टेशन के अंदर से बाहर की ओर निकलते समय एक और शख्स मोनू के पीछे चलते नजर आया। यह फुटेज लेकर पुलिस लौट आई। जब परिवारवालों को फुटेज दिखाया गया, तो मोनू के ससुर अचानक बोल पड़े- ये तो चतुर्वेदी नगर वाला अनुराग है। ये यहां क्या कर रहा है। पुलिस के पूछने पर बताया कि ये लड़का मेरी बेटी राधा को परेशान करता था। यह सुनते ही पुलिस के शक की सुई अनुराग की ओर घूम गई।

 

  • गुमशुदगी की जांच के दौरान पुलिस को ग्वालियर स्टेशन के बाहर मोनू का पीछा करते हुए उसकी पत्नी राधा का प्रेमी अनुराग (लाल पगड़ी बांधे) दिखा, जिसे राधा के पिता ने पहचान लिया। इसी के आधार पर पुलिस ने भिंड के चतुर्वेदी नगर के रहने वाले अनुराग सिंह चौहान को हिरासत में लेकर पूछताछ किया और मामले का खुलासा हुआ।

गांव में सुने अनुराग और राधा के प्यार के किस्से

पुलिस की टीम चतुर्वेदी नगर के लिए रवाना हो गई। अनुराग के घर पहुंचने से पहले पड़ताल की, तो मोनू की पत्नी राधा के शादी के पहले प्यार की बात सामने आई। पता चला कि अनुराग चौहान और राधा का रिश्ता काफी करीबी है। परिचितों और दोस्तों से पता चला कि राधा ने तो अपने हाथ पर ब्लेड से काटकर ‘ए’ यानी अनुराग (22) भी लिख लिया था।

हाथ पर लिखा यह ‘ए’ माेनू को भी खलता था। जब भी वह राधा से इस ‘ए’ का राज पूछता, वह झगड़ने लगती थी। पुलिस ने अनुराग चौहान को उसके घर से उठा लिया। हिरासत में आने के बाद अनुराग पहले तो खुद को पाक-साफ बताता रहा। पुलिस ने जब सख्ती की, तो उसने जो कहानी बताई, उससे पुलिस भी हैरान रह गई

राधा से प्यार और माेनू के मर्डर तक की पूरी कहानी

अनुराग ने पुलिस को बताया- बात 2018 की है। राधा इटावा के कॉलेज पढ़ाई कर रही थी, लेकिन अकसर भिंड में रहने वाली मौसी के यहां आती-जाती थी। मैं राधा की मौसी के पड़ोस में रहता हूं। मैं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। ऐसे में पड़ोसी होने के नाते पढ़ाई को लेकर धीरे-धीरे दोनों में बातचीत शुरू हो गई। दोस्ती हुई, जो बाद में प्यार में बदल गई।

प्यार परवान चढ़ा तो डर लगने लगा कि घरवालों को पता न चल जाए। तय किया कि वाॅट्सएप कॉल या चैट के जरिए बता करेंगे। लंबे समय बाद परिवार को पता चल ही गया। इस पर राधा ने कह दिया कि अनुराग उसे परेशान करता है। इसके बाद 9 मई 2022 को राधा की शादी गोहद के रहने वाले मोनू से तय हो गई। राधा शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन परिवार से विरोध करने की उसकी हिम्मत नहीं थी। मोनू विजयवाड़ा में टोल प्लाजा पर नौकरी करता था।

राधा ने बेमन से मोनू से शादी कर ली। शादी के बाद वह मोनू के साथ तो रह रही थी, लेकिन प्यार तो उसका अनुराग ही था। वह मौका मिलते ही उससे बातें करती और अपना दुख उससे बांटा करती थी। शादी के करीब डेढ़ महीने ही बीते थे कि मोनू को पत्नी की हरकतों पर शक होने लगा। उसने नजर रखी तो उसे अनुराग और राधा की कहानी पता चल गई। उसने राधा के हाथ पर ‘ए’ लिखा भी देख रखा था। हालांकि उसने अपने घर को बचाने के लिए राधा से कहा- कि वह सबकुछ भूल जाए और नई शुरुआत करे। हालांकि राधा को पति की यह बात समझ नहीं आई।

 

  • अनुराग और राधा एक-दूसरे से प्यार करते थे। राधा ने बेमन से मोनू से शादी कर ली। बाद में अनुराग ने राधा के पति की हत्या कर दी

मेरी याद में रोती थी राधा…

अनुराग ने आगे बताया कि हम दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। कई बार राधा पति से विवाद के बाद कॉल कर रोया करती थी। कहती थी मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकती, कुछ करो नहीं तो मैं जान दे दूंगी। उसकी ये बातें मेरे दिल में चुभती थीं। चार साल के प्यार को भुलाना मेरे लिए भी आसान नहीं था। हमें दूर करने का कारण भी तो मोनू ही था ना। जिसने हमें दूर किया, अब हमने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाना शुरू कर दिया। बस इंतजार था, तो मोनू के अकेले मिलने का।

14 फरवरी को राधा का जन्मदिन था, इसलिए राधा ने मोनू को कॉल कर कहा कि शादी के बाद उसका पहला बर्थडे है। आ जाओ साथ में सेलिब्रेट करेंगे। मोनू को लगा कि पत्नी ने उसे स्वीकार कर लिया है। बातों में आकर वह विजयवाड़ा से घर आने को राजी हो गया। मोनू ने 8 फरवरी को कॉल कर उसे बताया कि वह कल आ रहा है

आरोपियों को जिस मौके की तलाश थी, वो 9 फरवरी को मिला

मोनू का फोन कटते ही राधा ने तुरंत प्रेमी अनुराग को कॉल किया। हड़बहाड़ट में बोली– जल्दी सुनो कल यानी 9 फरवरी को अंडमान एक्सप्रेस से वो ग्वालियर आने वाला है। वो अकेले ही आ रहा है। मुझे लगता है यह सही मौका है, उसे रास्ते से हटाने का। अनुराग ने राधा से कहा– तुम टेंशन मत लो। इसके बाद मैंने अपने दोस्त को काॅल किया और बुलाया। उसे कहा- ग्वालियर चलना है। हम दोनों 9 फरवरी की दोपहर 2 बजे बाइक से ग्वालियर पहुंचे। बाइक दोस्त को देकर मैं स्टेशन के भीतर चला गया। मोनू की ट्रेन आने का इंतजार करने लगा। अंडमान एक्सप्रेस से उतरते ही उसके पीछे हो लिया।

 

  • मोनू भदौरिया उम्र 25  दिनांक 9 फरवरी को लापता हुआ था। उसके पिता ने 10 फरवरी को भिंड जिले के गोहद चौराहा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पहले बस में मोनू से की दोस्ती, फिर कार में गला घोंट दिया

ग्वालियर स्टेशन से बाहर मोनू भिंड जाने वाली बस में सवार हो गया। अनुराग भी उसी बस में माेनू के बगल वाली सीट पर बैठ गया। बस रवाना हुई तो मोनू से बातों का सिलसिला शुरू किया। बात चली तो घर गांव तक पहुंच गई। जब माेनू ने पोरसा जाने का जिक्र किया तो मैंने कहा- अपने तीन दोस्तों के साथ कार से पोरसा जा रहा हूं। तुम चाहो तो साथ चलो, मैं छोड़ दूंगा। हम काफी देर से साथ में सफर कर रहे थे, तो मोनू ने मुझ पर भरोसा कर लिया। साथ चलने को राजी हो गया। हम गोहद चौराहे पर बस से उतरे, तो मेरे तीन दोस्त करण सिंह तोमर, किशन सिंह चौहान और शैलेंद्र बघेल कार लेकर इंतजार कर रहे थे। मैं भी मोनू के साथ कार में बैठ गया। मोनू को आगे वाली सीट पर बैठा दिया और खुद पीछे जाकर बैठ गया।

अब हम पोरसा के लिए रवाना हुए। गोरमी से आगे बढ़ते ही जब मोनू के गांव का रास्ता पार हुआ तो उसने विरोध किया। कहने लगा कि मेरे गांव का रास्ता तो निकल गया। मुझे कहां ले जा रहे हो। मुझे यहीं उतार दो। इसके बाद मैंने पीछे से गमछा मोनू के गले में डाला और खींच दिया। वह छटपटाने लगा। उसने गमछे को खींचते हुए कहा कि मैं जानता हूं, ये सब कौन करा रहा हैं।

यह सुनते ही गमछा ढीला पड़ा तो दोस्तों ने उसे जकड़ लिया। मोनू ने कहा कि यह सब राधा की साजिश है। तुम अनुराग ही हो न, उसके प्रेमी। मैंने तो उसे एक मौका दिया था, लेकिन अगर तुम दोनों साथ रहना चाहते हो, तो ले जाओ उसे। मैं तुम दोनों के रास्ते में नहीं आऊंगा। एक बार मन हुआ कि उसे छोड़ दें, लेकिन इतना सबकुछ करने के बाद मोनू को जिंदा छोड़ना घातक था। मैंने गमछे को जोर से खींचा तो थोड़ी देर तड़पने के बाद मोनू ने हरकतें करना बंद कर दी। वो मर चुका था।

 

  • मोनू की हत्या में उसकी पत्नी राधा के प्रेमी अनुराग के चार दोस्तों ने मदद की थी। इनमें से तीन गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि चौथे दोस्त की पुलिस तलाश कर रही है। दोस्तों ने ही अनुराग को कार उपलब्ध कराई थी।

जब मुरैना की सीमा पर चेकिंग दिखाई दी तो वापस लौटे

मोनू की बॉडी कार में लेकर अनुराग और उसके दोस्त दो घंटे तक सड़क पर घूमते रहे। गोरमी थाना क्षेत्र पावई थाना फिर फूप थाना क्षेत्र से होते हुए उमरी थाना क्षेत्र के पांडरी गांव के नजदीक बीहड़ में पहुंचे। इस दौरान आरोपी चार थाना क्षेत्रों में शव लेकर घूमते रहे। जहां भी पुलिस की चेकिंग दिखी रास्ता बदलकर आरोपी आगे बढ़ते रहे।

अनुराग ने बताया कि कार में मोनू की लाश लेकर हम आगे बढ़ रहे थे, तभी मुरैना की सीमा पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। पुलिस को देखते ही कार को पावई की ओर मोड़ दिया। इस रास्ते से होते हुए फूफ पहुंचे। फूफ टोल प्लाजा पार करने के बाद उमरी थाना क्षेत्र के पांडरी गांव के पास पहुंचे। मंदिर के आगे बीहड़ देखकर लाश को वहीं फेंक दिया। अंधेरा काफी हो चुका था, इसलिए हम वापस भिंड के लिए रवाना हो गए।

 

  • ये वही कार है जिसमे मोनू को बैठाकर आरोपी अनुराग व उसके दोस्त पोरसा के लिए निकले। मोनू को कार में आगे ड्राइवर की बगल वाले सीट पर बैठाया था। मौका मिलते ही अनुराग ने पीछे से मोनू के गले में गमछा डालकर गला घोंट दिया। यह तस्वीर फूफ टोल प्लाजा के सीसीटीवी की है।

 

अगले दिन फिर एक दोस्त के साथ मौके पर पहुंचा। लाश को झाड़ियों के बीच से खींचकर बाहर लाया। यहां कुछ लकड़ियां रखकर लाश पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी। इसके बाद घर लौट आया। अगले दिन मौके पर पहुंचा तो देखा कि लाश पूरी तरह से जली नहीं है। इसलिए फिर से पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वापस लौट आया। अगले दिन 12 फरवरी को फिर मौके पर पहुंचा और शव के अवशेषों को बोरे में भरकर उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के लिए रवाना हो गए। यूपी की सीमा में पहुंचने के बाद चंबल नदी में शव के अवशेष बहा दिए।

 

  • पांडरी गांव के नजदीक बीहड़ में शव पर पेट्रोल डालकर जलाया। पूरी तरह से शव नहीं जलने पर अगले दिन दोबारा जलाया। शव के अधजले अवशेष को बोरे में भरकर उत्तर प्रदेश की सीमा में ले जाकर फेंका, ताकि पुलिस को सुराग नहीं मिल सके।

पत्नी से विवाद के बाद गया था नौकरी करने

गोहद चौराहा टीआई उपेंद्र छारी ने बताया कि यह मामला काफी चुनौतीपूर्ण था। हमारे पास सिर्फ एक लोकेशन थी, जिससे यह पता चल रहा था कि मोनू मेहगांव तक आया था। ऐसे में हमने एक टीम बनाई। पड़ताल के दौरान पता चला कि मोनू को शादी के डेढ़ महीने बाद ही राधा और अनुराग की प्रेम कहानी पता चल गई थी। परिवार की इज्जत की खातिर वो पत्नी राधा को एक मौका देना चाहता था। हालांकि कई बार समझाने के बाद भी जब राधा नहीं मानी, तो छह माह पहले वो राधा से विवाद के बाद नौकरी करने विजयवाड़ा चला गया था। जहां वो एक टोल प्लाजा में काम करता था। जब राधा का कॉल आया और उसने शादी के बाद अपने पहले जन्मदिन पर बुलाया तो वो उसकी बातों में आ गया। पत्नी पर भरोसा कर घर के लिए ट्रेन पकड़ ली।

 

  • उत्तरप्रदेश के इटावा और मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले की सीमा पर चंबल नदी पर बने इसी पुल से आरोपी ने मोनू के शव के अवशेष को चंबल नदी में फेंका था। पुलिस ने यहां से भी सैंपल एकत्र कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।

बहू को समझाया पर नहीं मानी, भाई को मार डाला

मोनू के भाई अर्जुन भदौरिया ने बताया कि दोनों परिवारों की सहमति से यह शादी हुई थी। उस समय राधा ने भी किसी प्रकार से इस शादी को लेकर किसी तरह की नाराजगी जाहिर नहीं की थी। कुछ दिन तक सबकुछ ठीक चल रहा था। शादी के बाद मेरा छोटा भाई अपनी नौकरी करने चला गया था। एक महीने बाद जब वो घर लौटा तो राधा को लेकर कुछ बातें पता चली थीं। मोनू से उसे समझाया था। हमें भी जब यह बात पता चली तो बहू को अच्छे से रहने की सलाह दी थी। इसके बाद भाई आता-जाता रहता था, लेकिन दिसंबर 2022 में वो ऐसा गया कि वापस नहीं लौट पाया। उस समय पति-पत्नी के बीच क्या हुआ था, यह तो हमें नहीं पता, लेकिन राधा ऐसा कर देगी सोचा नहीं था। उसने अपनी खुशी के लिए मेरे भाई की जिंदगी छीन ली।

 

  • इस तस्वीर में मुख्य आरोपी अनुराग चौहान के बयान के आधार पर पुलिस ने हत्या में शामिल उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में सहयोग करने वाले सभी आरोपी अनुराग के साथ भिंड में पढ़ाई करते थे। इन्हीं में से एक आरोपी ट्रैवल एजेंसी चलाता है। उसी की कार में हत्या की गई है।

इन सबूतो से दिलाएंगे आरोपियों को सजा…

  • – फूफ टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज।
  • – मुख्य आरोपी का स्वीकारोक्ति बयान।
  • – राधा और अनुराग की चैटिंग के स्क्रीनशॉट।
  • – मोनू और अनुराग का मोबाइल लोकेशन।
  • – ग्वालियर स्टेशन के फुटेज जिसमें मोनू के पीछे अनुराग दिख रहा है।
  • – जले हुए शव के अवशेष भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजेंगे।

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