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राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न

मप्र वोलेंट्री हेल्थ एसोशिएशन के तत्वावधान में :

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न

40 जिलों की स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने की सहभागिता

भोपाल @Republicbreakingindianews.com>>>>>>>>>>>>>>> मध्य प्रदेश वॉलन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन, इंदौर के द्वारा राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पलाश रेजीडेंसी, भोपाल में किया गया। कार्यशाला में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, राज्य के विभिन जिलों के स्वयंसेवी संस्थाओ के विषय विशेषज्ञ प्रतिनिधि, पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यशाला को संबोंधित करते हुए डॉ. महेश जैन (उप संचालक, लोक शिक्षण संस्थान मध्यप्रदेश) के द्वारा कहा गया कि भारत सरकार की तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान निर्देशिका का पालन करते हुए राज्य के समस्त शिक्षण संस्थान को तम्बाकू मुक्त करने की जरुरत है और उसके लिए राज्य स्तर से निरंतर प्रयास किये जा रहे है।

कार्यशाला में डॉ. उपेन्द्र ढोते (राज्य नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम) के द्वारा राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा की गई, उन्होंने बताया की राज्य सरकार रोकथाम के साथ-साथ इसकी लत के आदि हो गए है उनके लिए तम्बाकू उन्मूलन केंद्र स्थापित किये जा रहे है। उन्होंने बताया की समय-समय पर जिला स्तरीय तम्बाकू नियंत्रण समिति की बैठक सुचारू रूप से होती रहे ताकि कार्यक्रम के साथ-साथ कार्यक्रम की समीक्षा, क्रियान्वयन एवं कोटपा कानून का परिपालन होता रहे। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में प्रवर्तन दल गठित किये गए हैं जो समय-समय पर जाँच कर कानून का प्रभावी क्रियान्वयन कराते रहते हैं।

कार्यशाला की अगली कड़ी में मध्य प्रदेश वॉलन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन, इंदौर के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा ने पिछले 15 सालों में शासन के द्वारा लिए गए सकारात्मक निर्णय की सराहना करते हुए बताया की राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट, तम्बाकू गुटका, हुक्का बार आदि पूर्ण रूपसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने ये भी बताया की यदि तम्बाकू दुकानों की लाइसेंसिंग कर दी जाये तो यत्र-तत्र खुले में किसी भी व्यक्ति द्वारा कोटपा कानून के नियम का उल्लघंन करते हुए तम्बाकू जैसे घातक सामग्री की उपलब्धता कम हो जाएगी। श्री सिन्हा ने ये भी बताया की राज्य एवं जिला स्तरीय आदेश के साथ विभिन्न विभागों के मुखिया एवं जिला नोडल अधिकारी का प्रशिक्षण समय-समय पर होना जरुरी है जिससे अधिनियम व दिशानिर्देशों में होने वाले परिवर्तन से उनको अपडेट किया जासके।

सहायक आयुक्त नगर निगम भोपाल श्रीमती टीना यादव ने बताया की निगम भी इसमे सक्रियता से काम करेगी एवं शिक्षा विभाग के साथ मिलकर बच्चों को तम्बाकू सेवन से दूर रखने हेतु प्रयास करेगी। उन्होंने बल दिया की नगर निगम, प्रशासन के साथ मिलकर शैक्षणिक संस्थाओ के 100 गज के दायरे की तम्बाकू की दुकानों को हटाएंगे एवं येलो लाइन अभियान संचालित करेंगे। नगर निगम अपने जोनल अधिकारियों का प्रशिक्षण भी करेंगे।

राज्य के 40 जिलों से आये प्रशिक्षित व अनुभवी स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने उपस्थित अधिकारियों को आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन व सशक्त बनाने हेतु स्थानीय प्रशासन एवं विभिन्न विभागों को अपना सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने राज्य नोडल अधिकारी से आव्हान किया कि जिला स्तरीय तम्बाकू नियंत्रण समिति में अधिनियम व मुद्दे पर विशेषज्ञता रखने वाली स्वयंसेवी संस्थाओ को सम्मिलित किया जावे ताकि कार्यक्रम का जिला एवं विकासखंड स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन किया जा सके। डॉ पंकज शुक्ला (पूर्व निदेशक, एन.एच.एम्) ने तम्बाकू सेवन पर प्रकाश डालते हुए बताया की यह अत्यंत घातक है। आज 27 प्रतिशत कैंसर केस तम्बाकू सेवन से हो रहे है, 38 प्रतिशत टी.बी. के मरीजों की म्रत्यु तम्बाकू सेवन से हो जाती है क्यों की दवाइयां प्रभावी रूप से काम नही करती है।

सत्र की अध्यक्षता डॉ. सुधीर महासाब्धे (अध्यक्ष, मध्य प्रदेश वॉलन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन) के द्वारा की गयी। आँखों के विशेषज्ञ होने के नाते उन्होंने सूचित किया कि धूम्रपान कॉर्निया समस्या एवं अंधत्व का भी एक बड़ा कारण है अतः बच्चों, युवाओ को बचाना अत्यंत जरुरी है। कार्यशाला में पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों पर श्रीमती अर्चना सहाय ने प्रस्तुतिकरण लिया। कार्यशाला का सफल व प्रभावी संचालन मनीष सक्सेना वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी ने किया। कार्यशाला के आरम्भ में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, जोधपुर द्वारा बीड़ी पर किये गए अध्ययन का विमोचन किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश वॉलन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन के द्वारा सहयोग किया गया था।

आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में मप्र वोलेंट्री हैल्थ एसोशिएशन के पदाधिकारियों व सदस्य संस्थाओं के प्रमुखों में ग्वालियर से उमेश वशिष्ठ, श्रीप्रकाश निमराजे, मुरैना से देवेन्द्र भदौरिया, संदीप सेंगर, भिण्ड से सुनील दुबे, दतिया से रामजीशरण राय, बुराहनपुर से डॉ मनोज अग्रवाल, अनूपपुर से ओंकार सिंह, नरसिंहपुर से सुमित दुबे, सतना से सुधा तिवारी, इंदौर से डॉ सतीश जोशी, डॉ पीवाई पांडेय, रतलाम से मीना जैन, बैतूल से उपमा दिवान, उज्जैन से फादर किरण, छिंदवाड़ा मंसारे, धवले जी, मंदसौर से विश्वास दुबे व मप्र वॉलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन के विजय यादव, नीलेश पांजरे, रोहित पालीवाल, निर्मल चंगोड, रवि जी आदि प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे। उक्त जानकारी रामजीशरण राय सदस्य मप्र वॉलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन परिवार ने दी।

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